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यूपी के 10 विभागों के ऑडिट में हुआ खुलासा

सरकारी विभागों में 47 अरब रुपए का गड़बड़झाला

स्थानीय निधि लेखा परीक्षा ने जांच रिपोर्ट विधानमंडल में पेश की

सरकारी विभागों में 47 अरब रुपए का गड़बड़झाला

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उत्तर प्रदेश के सरकारी विभागों में रुपयों की बड़ी अनियमितता सामने आई है. स्थानीय निधि लेखा परीक्षा की जांच में खुलासा हुआ है कि सूबे के सरकारी विभागों में 47,14,08,37,490 रुपए की गड़बड़ियां हुईं. ये ऑडिट वर्ष 2021-22 का है जिसकी रिपोर्ट सोमवार को मानसून सत्र के पहले दिन विधानमंडल में पेश की गई. इतने बड़े पैमाने पर हुई अनियमिताओं को लेकर विपक्ष सरकार पर निशाना साध रहा है. 

स्थानीय निधि लेखा परीक्षा विभाग ने 10 विभाग की 2,811 संस्थाओं का ऑडिट किया था. इसमें नगर निगम, जल संस्थान, नगर पालिका परिषद, नगर पंचायत, मंडी परिषद, मंडी समिति, बेसिक शिक्षा परिषद, समितियां, जूनियर हाई स्कूल, कृषि विश्वविद्यालय, विश्वविद्यालय और महाविद्यालय के साथ ही इंटर कॉलेज, संस्कृत विद्यालय, मदरसे शामिल हैं. 

ऑडिट में इन संस्थानों में 47,14,08,37,490 रुपए की अनियमितताएं पकड़ी गईं.

सबसे ज्यादा गड़बड़ियां कृषि विपणन विभाग की संस्थाएं मंडी परिषदों और मंडी समितियों में मिलीं. इनमें 26,78,37,08,153 रुपए की गड़बड़ी पाई गईं.

नगर विकास विभाग की संस्थाएं नगर निगम और जल संस्थान में 3,70,94,24,982 रुपए की अनियमितताएं सामने आईं.

नगर विकास विभाग की संस्था नगर पालिका परिषदों में 3,77,29,83,240 रुपए की गड़बड़ियां हुईं तो नगर विकास विभाग की संस्था नगर पंचायतों में 1,22,51,71,572 रुपए की गड़बड़ी हुईं.

बेसिक शिक्षा परिषद, समितियां, बेसिक शिक्षा विभाग, जूनियर हाईस्कूल में 7,83,14,88,301 रुपए की अनियमितताएं सामने आईं.

कृषि शिक्षा विभाग के कृषि विश्वविद्यालयों में 6,59,78,985 रुपए की गड़बड़ियां मिलीं. इसी तरह उच्च शिक्षा विभाग के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में 2,61,19,10,514 रुपए की गड़बड़ी हुईं. संस्कृत विश्वविद्यालय के इंटर कॉलेज और माध्यमिक शिक्षा में 9,88,85,168 रुपए की गड़बड़ियां मिलीं.

अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के मदरसों में 53,80,775 की गड़बड़ियां पाईं गईं. गोवंश आश्रय में भी 10,67,93,922 रुपए की अनियमितताएं पाई गईं. 

इसके अलावा अन्य विभाग की संस्थाओं में भी 1,30,16,174 रुपए की गड़बड़ियां मिलीं.

इस ऑडिट के अलावा कुछ स्पेशल ऑडिट भी किए गए थे. सरयू नहर खंड एक और खंड 2 के स्पेशल ऑडिट में 6,52,75,000 रुपए की गड़बड़ियां मिलीं. 
डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय लखनऊ में कांस्य प्रतिमा के निर्माण में 96,42,120 रुपए की अनियमितता पाई गई. उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग एवं वित्त विकास निगम लिमिटेड के स्पेशल ऑडिट में 79,52,07,686 रुपए की गड़बड़ियां मिलीं. सुदूर संवेदन उपयोग केंद्र (रिमोट सेंसिंग एप्लीकेशन सेंटर) लखनऊ में 1 जनवरी 2006 से कर्मचारियों के पुनरीक्षित वेतनमान में वेतन निर्धारण के स्पेशल ऑडिट में 4,59,70,898 रुपए की अनियमितता पाई गई.
स्थानीय निधि लेखा परीक्षा विभाग ने इन गंभीर अनियमिताओं की जानकारी प्रशासकीय विभागों को दे दी है.

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