भारी बारिश और घने कोहरे के बीच दृश्यता बेहद कम होने से पुणे जिले के लोनावाला के पास एक निजी हेलीकॉप्टर की आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी, पायलट की सूझबूझ से सभी 6 लोग सुरक्षित बचे।
पुणे ज़िले के लोनावाला के पास मंगलवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब एक निजी हेलीकॉप्टर को आपातकालीन स्थिति में सड़क पर उतारना पड़ा। बताया जा रहा है कि भारी बारिश और घने कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम हो गई थी, जिसके चलते पायलट को मजबूरी में लोनावाला के पास एक संकरी सीमेंट सड़क पर हेलीकॉप्टर उतारना पड़ा। हेलीकॉप्टर में कुल छह लोग सवार थे, जिनमें दो पायलट और चार यात्री शामिल थे। राहत की बात यह रही कि सभी लोग पूरी तरह सुरक्षित हैं।
कैसे हुआ इमरजेंसी लैंडिंग का फैसला
पुलिस अधिकारियों ने जानकारी दी कि हेलीकॉप्टर एक प्राइवेट चार्टर सर्विस का था और नियमित यात्रा पर था। लेकिन जैसे-जैसे मौसम खराब होता गया, पायलट को उड़ान में कठिनाइयां आने लगीं। भारी बारिश और घने कोहरे के कारण दृश्यता लगभग शून्य के बराबर हो गई थी। ऐसी स्थिति में हेलीकॉप्टर को हवा में बनाए रखना बेहद जोखिम भरा हो सकता था। इसलिए पायलट ने समझदारी दिखाते हुए आपातकालीन लैंडिंग का निर्णय लिया।
लोनावाला के पास पहाड़ी इलाका और घने पेड़ों से घिरा क्षेत्र है, जहां लैंडिंग के लिए उपयुक्त जगह मिलना आसान नहीं होता। बावजूद इसके, पायलट ने सूझबूझ और अनुभव का परिचय देते हुए पास ही की एक संकरी सीमेंट सड़क को लैंडिंग के लिए चुना और हेलीकॉप्टर को सुरक्षित उतार दिया।
यात्रियों की सांसें थम गईं
हेलीकॉप्टर में बैठे यात्री भी मौसम बिगड़ने के साथ-साथ चिंतित हो उठे थे। जैसे ही हेलीकॉप्टर नीचे आया और सड़क पर सुरक्षित उतरा, यात्रियों ने राहत की सांस ली। मौके पर स्थानीय लोग भी इकट्ठा हो गए। लोगों का कहना था कि अगर पायलट थोड़ी भी चूक कर जाते तो बड़ा हादसा हो सकता था, लेकिन उनकी सूझबूझ से सभी की जान बच गई।
पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने हेलीकॉप्टर को घेराबंदी कर सुरक्षित किया और यात्रियों की स्थिति की जांच की। पुलिस ने बताया कि हेलीकॉप्टर में किसी भी तरह की तकनीकी खराबी नहीं थी, बल्कि केवल खराब मौसम और दृश्यता की कमी के कारण यह स्थिति पैदा हुई। सभी यात्री और पायलट पूरी तरह सुरक्षित हैं।
फिर से भरी उड़ान
खबर लिखे जाने तक यह जानकारी सामने आई कि थोड़ी देर रुकने और मौसम का आकलन करने के बाद हेलीकॉप्टर ने फिर से उड़ान भरी। पायलटों ने स्थिति को सामान्य पाया और हेलीकॉप्टर को सुरक्षित गंतव्य की ओर रवाना कर दिया।
बड़ा हादसा टल गया
यह घटना एक बार फिर से यह साबित करती है कि मौसम की परिस्थितियां कितनी खतरनाक हो सकती हैं, खासकर हवाई सफर के दौरान। अगर पायलट ने समय पर आपातकालीन लैंडिंग का फैसला नहीं लिया होता, तो यह घटना एक बड़े हादसे का रूप ले सकती थी।
लोनावाला के पास हुई इस घटना ने लोगों को डरा भी दिया और राहत भी पहुंचाई। डरा इसलिए क्योंकि खराब मौसम की वजह से कभी भी कोई अनहोनी हो सकती थी और राहत इसलिए कि सभी यात्री सुरक्षित बच गए। पायलट की समझदारी और प्रशासन की तत्परता के कारण बड़ा हादसा टल गया।